करियर चुनाव की प्रथम सीढ़ी—आत्म विश्लेषण !!

Reading Time: 3 minutes
Find Your Dream Job: The Ultimate Guide to Career Choice

Design By Freepik

वर्तमान परिदृश्य में, जहां आज लाखों की संख्या में करियर विकल्प मौजूद हैं, युवाओं के सम्मुख सबसे ज्वलंत मुद्दा अपने करियर चुनाव को लेकर है। अधिकांशतः युवा बिना आत्म निरीक्षण के ही अतिशीघ्र गलत करियर का चुनाव कर लेते हैं। इस दौड़ में उनके अभिभावक भी झूठी प्रतिष्ठा एवं होड़ के चलते युवाओं को जटिल पाठ्यक्रमों जैसे मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि की ओर धकेल देते हैं जिसका परिणाम भविष्य में युवाओं के लिए बहुत घातक सिद्ध होता है। कई युवा गहरे अवसाद में चले जाते हैं तो कुछ अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर लेते हैं। अत: करियर चुनाव से पूर्व अपनी रुचियों एवं क्षमताओं को ध्यान में रखना अति आवश्यक है।

प्रत्येक व्यक्ति कुछ विशिष्ट अभिवृतियों के साथ जन्म लेता है जिन्हें हम 7 श्रेणियों में विभक्त कर सकते हैं।

career

Design By Freepik

  1. यांत्रिक अभिवृत्ति(Mechanical Aptitude) :- इसमें व्यक्ति का झुकाव यंत्रों, मशीनों,मरम्मत,निर्माण, डिजाइन कार्यों आदि में होता है। इस प्रकार के व्यक्ति मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम, सोलर इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं या टेक्नीशियन, इलेक्ट्रीशियन,प्लंबिंग,सोलर इंस्टॉलर, गैराज मैकेनिक, ड्रोन टेक्नीशियन का कार्य शुरू कर सकते हैं।
  2. वैज्ञानिक अभिवृत्ति(Scientific Aptitude) :- ऐसे विद्यार्थी जो वैज्ञानिक सिद्धांतो को गहराई से जानना चाहते हों या नए सिद्धांत विकसित करना चाहते हैं उनको साइंटिस्ट, रिसर्चर, टेक्निकल राइटर, यूनिवर्सिटी टीचिंग, न्यू इन्वेंशन या इनोवेशन आदि की ओर अग्रसर होना चाहिए।
  3. सामाजिक अभिवृत्ति(Social Aptitude) :- जो व्यक्ति इस एप्टीट्यूड के साथ जन्म लेते हैं उन्हें लीडर, कॉरपोरेट लीडर, सोशल वर्कर, पर्यावरणविद, मेडिकल प्रोफेशनल, एनिमल वेलफेयर वर्कर आदि बनना चाहिए।
  4. कलात्मक अभिवृत्ति( Aesthetic Aptitude):- इनका रुझान बचपन से कलात्मक वस्तुएं या रचनात्मकता की ओर होता है। ऐसे व्यक्ति आर्टिस्ट, कार्टूनिस्ट,पेंटर, म्यूजिशियन, एक्टर, डांसर, फोटोग्राफर, आर्किटेक्चर,प्रोग्रामर, ब्यूटीशियन, एडिटर आदि बन सकते हैं।
  5. व्यवसायिक अभिवृत्ति(Business Aptitude) :- इस प्रकार के व्यक्तित्व के लोगों का रुझान बचपन से ही व्यवसायिक गतिविधियों की ओर रहता है। इनको अपने करियर के लिए मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों का चुनाव करना चाहिए। ये सेल्स मैनेजर, बिजनेसमैन, वीसी के रूप में कार्य कर सकते हैं। सेल्स मैनेजर, बिजनेसमैन, इंश्योरेंस एडवाइजर, एडवरटाइजिंग, कांट्रेक्टर, स्टार्टअप्स फाउंडर आदि हो सकते हैं।
  6. कार्यालय वर्क(Office Work) :- ऐसे व्यक्ति जिन्हें एक स्थान पर बैठकर कार्य करना पसंद हो। ऐसे व्यक्ति अकाउंटिंग, टेलीकॉलर, ऑपरेटर, प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, वेब डिजाइनर, क्लर्क आदि के रूप में कार्य कर सकते हैं।
  7. बाहरी गतिविधियाँ (Outdoor Activities) :- ऐसे व्यक्ति उन्नत खिलाड़ी, मिलिट्रीमैन, तैराक या शूटर बन सकते हैं।

इसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति 7 विभिन्न बुद्धिमत्ता स्तरों से युक्त होता है–

1) भाषिक   

2) गणितीय तार्किक

3) अंतर्वैयक्तिक

4) स्थानिक

5) शारीरिक गतिकी

6) प्राकृतिक

7) संगीतीय

प्रत्येक व्यक्ति में ये बुद्धिमत्ता स्तर थोड़े थोड़े अनुपात में होते हैं। यदि किसी व्यक्ति में संगीतमय बुद्धिमत्ता है तथा शारीरिक गतिकी में निम्न है तो वह अच्छा संगीतज्ञ हो सकता है परंतु अच्छा नर्तक नहीं बन सकता है।

ठीक इसी प्रकार यदि किसी का झुकाव प्रकृति की ओर है तथा भाषिक रूप से भी दक्ष है तो वह एक अच्छा पर्यावरणविद बन सकता है।

इसके विपरीत यदि व्यक्ति सामाजिक अभिव्यक्ति के साथ नहीं जन्मा हो शायद ही वह अथक प्रयास के बावजूद भी अच्छा लीडर बन पाए।

यदि प्रत्येक युवा इन जन्मजात अभिवृत्तियों तथा बुद्धिमत्ता स्तरों के  अनुरूप अपने करियर का चुनाव करें तो निश्चित रूप से एक सफल एवम संतुष्ट व्यक्ति के रूप में अपना एवम समाज का पुनर्निर्माण कर सकता है।

Scroll to Top